कोरोना वायरस (Coronavirus disease - COVID-19) के संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 24,363 हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है.
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं.
संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.
अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं.
ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार फेस मास्क इससे प्रभावी सुरक्षा प्रदान नहीं करते.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है|
अगर छींक, खांसी हो तो मास्क पहनना अनिवार्य है ।
- जिन लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार है उनसे एक निश्चित दूरी बनाकर रखें ।
- अगर कोई कोरोना संदिग्ध लगे तो फौरन नज़दीकी अस्पताल से संपर्क करें ।
- जब भी बाहर से आएं तो हाथों को किसी साबुन या हैंड वॉश से धोएं ।
- हाथों से मुंह को न छुएं, यानि हाथों को आंख, नाक और मुंह से दूर रखें।
भारत सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए पूरे भारत में लॉकडाउन का एलान कर दिया है । सिर्फ राशन और स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं खुली रहेंगी । इसके अलावा बाकि सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है । सरकार ने सभी से कहा है कि तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं और किसी को भी घबराने की ज़रुरत नहीं है । सरकार ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें लगातार दौरे और जांच कर रही हैं और यदि कोई संदिग्ध पाया जा रहा है तो उसे फौरन आइसोलेट किया जा रहा है।
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं.
संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.
अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं.
ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार फेस मास्क इससे प्रभावी सुरक्षा प्रदान नहीं करते.
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके
कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है. बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है|विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है|
कोरोना वायरस से बचाव
अगर छींक, खांसी हो तो मास्क पहनना अनिवार्य है ।
- जिन लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार है उनसे एक निश्चित दूरी बनाकर रखें ।
- अगर कोई कोरोना संदिग्ध लगे तो फौरन नज़दीकी अस्पताल से संपर्क करें ।
- जब भी बाहर से आएं तो हाथों को किसी साबुन या हैंड वॉश से धोएं ।
- हाथों से मुंह को न छुएं, यानि हाथों को आंख, नाक और मुंह से दूर रखें।
भारत सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए पूरे भारत में लॉकडाउन का एलान कर दिया है । सिर्फ राशन और स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं खुली रहेंगी । इसके अलावा बाकि सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है । सरकार ने सभी से कहा है कि तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं और किसी को भी घबराने की ज़रुरत नहीं है । सरकार ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें लगातार दौरे और जांच कर रही हैं और यदि कोई संदिग्ध पाया जा रहा है तो उसे फौरन आइसोलेट किया जा रहा है।